कंप्‍यूटर का इतिहास और विकास :

Home » Blogs » कंप्‍यूटर का इतिहास और विकास :
GENERATION OF COMPUTER

कंप्‍यूटर के इतिहास से तातर्प्‍य यह है कि सालों पहले कंप्‍यूटर का निर्माण कैसे हुआ, किस वजह से हुआ, किसके द्वारा किया गया और कंप्‍यूटर के विकास से तातर्प्‍य यह है कि शुरू से अभी तक के कंप्‍यूटर निर्माण और उसमें परिवर्तन से है तो इसमें हम दोनों ही विषय को विस्‍तार पूर्वक जानेंगे। सबसे पहले हम कंप्‍यूटर के इतिहास के बारे में जानेंगे ताकि उसके विकास से संबंधित बातों को हम आसानी से समझ सकें।

कंप्‍यूटर का इतिहास (History of computer) :

शुरूआत में लोग हाथ से उपयोग की जाने वाले उपकरण का प्रयोग गिनने में, जोड़ने में या फिर बड़े संख्‍याओं को दर्शाने के लिए करते थे, जो चीन में विकसित हुआ जिसे हम अबेकस (abacus) के नाम से जानते हैं। जैसे-जैसे लोगों को जोड़ने, घटाने, गुणा तथा भाग करने में समस्‍याऐं आने लगी तो उन्‍हें ऐसे उपकरण की जरूरत महसूस होने लगी जो सारे गणितीय कार्य को जल्‍दी और कम समय में करें।

पास्‍कलाइन (Pascaline):

पास्‍कलाइन एक ऐसा यांत्रिक कैलकुलेटर था जिसे ब्‍लेज पास्‍कल के द्वारा 1642 में बनाया गया था।

कंप्‍यूटर का विकास (The evolution of the computer):

चार्ल्‍स बैबेज (Charles Babbage) :

अबेकस और पास्‍कलाइन के बाद चार्ल्‍स बैबेज साहब ने सबसे पहले डिफरेंस इंजन और एनालिटिकल इंजन डिजाइन किए (पहला प्रोग्रामेबल कंप्‍यूटर) जिसके कारण हम उन्‍हें कंप्‍यूटर का जनक कहते हैं।

इन सब के बाद भी कंप्‍यूटर के विकास के लिए अनेक बदलाव और परिवर्तन किए गए। कंप्‍यूटर के विकास को समझने के लिए इसे कई चरण में बॉंटा गया है।

Generations:

1st Gen:

पहला चरण में वैक्‍यूम टयूब का उपयोग किया गया लेकिन इसका आकार बहुत बड़ा था अपने आकार के वजह से यह जगह भी बहुत लेता था, इसमें बिजली की खपत बहुत होती थी और यह धीमी गति में काम करता था।
उदाहरण: ENIAC

2nd Gen:

दूसरी चरण में वैक्‍यूम ट्यूयूब की जगह ट्राजिंस्‍टर का प्रयोग किया गया, जो आकार में पहले चरण के मुताबिक छोटा था, इसकी गति भी तेज थी और यह अधिक विश्‍वसनीय था।
उदाहरण: FORTRAN

3rd Gen:

तीसरी चरण में इंटीग्रेटेड सर्किट (ICs) का प्रयोग किया गया जो दूसरी चरण वाले कंप्‍यूटर से भी आकार में छोटा था, इसका काम पहले और दूसरे चरण से ज्‍यादा बेहतर रहा, यह सस्‍ता भी था इस चरण में ऑपरेटिंग सिस्‍टम में विकास हुआ।

4th Gen:

इसी तरह चौथी चरण में माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग किया गया जिसे आज के समय में हम पर्सनल कंप्‍यूटर (PC) के नाम से जानते हैं, का जन्‍म हुआ। जिससे इंटरनेट और मोबाइल मतलब कंप्‍यूटिंग की शुरूआत हुई।

5th Gen:

पांचवी चरण जो अभी के समय के अनुसार सबसे महत्‍वपूर्ण है जिससे हमारा वर्तमान और भविष्‍य दोनों जुड़ा हुआ है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), यह एक ऐसी तकनीक है जो हमारे समस्‍याओं को कम समय में सुलझाने की ताकत रखता है यह कंप्‍यूटर से जुड़े कामों को और बेहतर बनाने में कारगर है जैसे रचनात्‍मक सामग्री तैयार करने में, डाटा आधारित काम करने में या फिर व्‍यवसायों को और आगे कैसे बढ़ाया जा सकता है उसके बारे में नए-नए जानकारियॉं तथा उसको कैसे लागू कर और बेहतर बनाया जा सकता है।

CONCLUSION:-

शुरूआत में अबेकस से लेकर AI तक आने में काफी समय और मेहनत लगा है आज लगभग हर व्‍यक्ति किसी न किसी प्रकार से कंप्‍यूटर से जुड़ा हुआ है। जहॉं पहले एक जोड़, घटाव में घंटो लगते थे आज वही काम मीनटों में हो जाता है। जिस प्रकार कंप्‍यूटर अपने इतिहास से वर्तमान तक में विकास किया है वो सच में हमारे लिए काफी मददगार साबित हुआ है। व्‍यवसाय, खेल, पढ़ाई, या फिर हमारे घरेलु काम हर जगह यह हमारी मदद कर रही है। आज हर व्‍यक्ति के पास कंप्‍यूटर या मोबाईल है जिससे हम अपने करीबी से संपर्क में रहते हैं उन्‍हें भी पाते हैं। कंप्‍यूटर में आज भी शोध होते रहते हैं नए चीजों को जोड़े जाते हैं ताकि हम अपने कामों को और बेहतर तरीके से कर सकें।

Categories:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *